पहचान लिया जाता चेहरों से ही शक्श की सख्शियत को तो अच्छा होता काश उसके शहर के चौराहों पर नहीं बिकता नक़ाब तो अच्छा होता सुना है रोज़ कई आते है उसके शहर में मोहब्बत का किस्सा सीखने को कोई नादान परिंदा ना ही गुज़रता उसकी गलियों से तो अच्छा होता #JanWaR🐅 #Shayar #Shayari #SAD #Fake #FakeLove #fakefriends #Stars&Me