सदा से एक बात महत्वपूर्ण रही है कि अगर तुम जीवित सदगुरु को खोज सको, तो सब शास्त्रों को छोड़ कर जीवित सदगुरु को खोज लेना। क्योंकि वहां अभी शास्त्र जीवित है। सदगुरु का इतना ही अर्थ होता है कि जहां अभी शास्त्र जीवित है। और शास्त्र का इतना ही अर्थ होता है: किसी सदगुरु के वचन, जो अब जीवित नहीं रहे। लेकिन रह गई है, सांप चला गया है। दया धर्म हिरदे बसै, बोलै अमरित बैन। तेई ऊंचे जानिए, जिनके नीचे नैन।। और उन्हीं को समझना कि पहुंच गए, जिनको पहुंचने का दंभ ही न हो। निरअहंकार में जो जीते हों...। – ✍️ओशो🙏 ©KhaultiSyahi #osho #osho_quote #oshovichar #osho_quotes #oshointernational #osho_lover #khaultisyahi #follow4follow