मुहब्बत को इक बार आजमा लो दिल तुम भी किसी से लगा लो बड़ा सुकून मिलता ही इश्क़ की पनाह में तुम भी किसी को अपना यार बना लो इश्क़ के दर्द में इक अलग ही मज़ा है दिल पर जख्म तुम भी खा लो इबादत भूल बैठे हो जो अपने रब का प्यार को इक बार तुम भी आजमा लो please follow kijiye mujhe Kam kam 29 hazar followers Chahiye