Nojoto: Largest Storytelling Platform

पल्लव की डायरी बढ़ गयी कामनाये ,हित अपने सबको प्यार

पल्लव की डायरी
बढ़ गयी कामनाये
,हित अपने सबको प्यारे है
हिंसा के खोल द्वार
पापो की मायाचारी है
दया करुणा आज सिसकती
मन कषायों से हो रहा भारी है
चारो ओर व्यभिचार फैला
असंतोषी हर नर नारी है
संवेदनाओं की चढ़ा के बलि
हर मानव एक दूसरे पर हावी है
मिटाकर अस्तिव सत्य अहिंसा के
नरको के वातावरण जग में जारी है
                                               प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"
  #MahavirJayanti नरको के वातावरण जग में जारी है
#nojotohindi

#MahavirJayanti नरको के वातावरण जग में जारी है #nojotohindi #कविता

672 Views