जुल्फें घाटा बन के लहराए आंख कमल हो जाए । शायर तुम्हें पलवर देखे और गजव हो जाए। जिस कुटिया में तुम रात बिता दो ताजमहल हो जाए। ©Vijay 7 रोमांटिक शायरी