॥ ध्यान की गहराइयों में नीचे उतर कर तो देखो ॥ वहाँ वो सबकुछ मिलेगा ,जो तुम चाहते हो, ©Ramanand Sannyasi ॥ ध्यान के समान और कुछ भी नहीं ॥