जीने की मुझको सिर्फ़ एक वजह देदो, दो घड़ी की ख़ातिर प्यार बेपनाह देदो। और कब तक इंतज़ार कराने का है इरादा, तुम अपने नाम का मुझको एक घरबार देदो। ज़िन्दगी उदास है ग़ुम कहीं ग़म के अँधेरों में, तुम अपने एहसास का ख़ूबसूरत ग़ुलाब देदो। और क्या है तमन्ना बस कहलाऊँ तुम्हारी सदा, कह कर अपना मुझको तुम ये रुआब देदो।— % & एक ख़ूबसूरत #collab Aesthetic Thoughts की जानिब से। #एकवजहदेदो #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #nazarbiswas