तडपे तो बहुत पर वो मान नहीं पाए आदित्य दिल की मौहब्बत वो जान नहीं पाए, एक दिन चले जायेंगे इस दुनिया से हमेशा के लिए तब वो कहेंगे, लौट आओ ना एक बार, हम तुम्हें पहचान नहीं पाए!! कवि आदित्य बजरंगी Lumbini Shejul