गैरों सा व्यौहार मिल रहा, वो अपनो वाली बात कहां, कल तक जो बिन कहे सुने हैं, आज उनसे कहना भी बेकार हुआ। दिल की कलम से ✍️💞 ALi Ji Razvi deba shah Ritika Gupta Rashmi Maurya Rupali Roy