अगर ऐसी बात है तो बता क्यूँ नहीं पहले दिया अब ग़म के कसीदे पढ़ के मुझसे क्यों कह रहे हो पहले खुद रो लो फिर दूसरों को रुलाओ क्या मेरे साथ इतने दिनों तक ये रुसवाई नही थी क्या दो दिन सब्र को बांध नही सकते थे कहते हो तन्हाई थी क्या चीज़ हमारे साथ इतने सालों से नही चली आ रही थी देकर जाओ और मुझे लेकर जाओ कहते है फिर ये.. हमारे साथ तन्हाई थी। हमारी साथ तन्हाई थी... #साथतन्हाईथी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi