इस 'आप' और 'हम' के फ़ासलों में, रहने दो हमारे प्यार को महफ़ूज़ कहीं इस 'तुम' और 'मैं' की नज़दीकियों में, प्यार दूरियाँ न कर जाए ये 'आप' से 'तुम' तक का सफ़र दोस्ती में तय कर जाना और फिर 'तुम' का 'तू' अनजाने में ही हो जाना। डर लगता है कहीं ये फिर से 'आप' बनकर जुदा न हो जाए बिन बताए.. ख़ामोशी में। इसलिए ये फ़ासला रहने दो। इस 'आप' में अब भी नज़दीकियाँ हैं, इसे यूँ ही बहने दो। मत आओ और क़रीब कि सुकूँ अब दूरियों में बने अपनेपन में ही बहुत है। Photo credits: Pinterest Vihaan thanks for the poke 😊 tried to write something. 😊 #फ़ासला #नज़दीकियाँ #दूरियाँ #प्यार #longdistancelove #yqdidi #yqbaba #drglove