थपकी, तसल्ली है मन की। ये ही तो है, जो बढ़ाती है जोश ये ही सोते हुए को लाती होश आशा है विश्वास है तरक्की का आभास है डूबते हुए का सहारा तैरते हुए का किनारा हवा है बसंत ऋतु की थपकी, तसल्ली है मन की। गम में थपकी सुकून देती है आगे बढ़ने वालों को जुनून देती है उमंग की उत्पादक लक्ष्य प्राप्ति में साधक खुशी में है उत्साह दिशाहीन की राह ये पर्याय है प्रोत्साहन की थपकी, तसल्ली है मन की। थपकी