हौसलों की उड़ान, उम्मीदों से भरी, मैं मंज़िल को पाने नई कोशिश कर, नई योजनाओं के साथ, फिर से आगे बढ़ी। हूँ नादान पर कमजोर नहीं, मैं एक हूँ तो क्या, "हज़ार से कम नहीं", मुझे आजमाने की कोशिश करने वालों को, खुद की कमजोरियों का पता नहीं। जाने कितने दिन कितनी रातों की है तपस्या, जलते अंगारों पर चलती रही, अपना हक छोड़ चुप रही सदा, पर आज हल होगी हर समस्या। सुनो ओ गीता!सुनो ओ मीरा! चलो अब देर ना करो, आओ सब हाथ मिला, सब हाथ बढ़ा, आगे बढ़े! आगे बढ़े! मेरी कोशिश #nojotothanks #Nojoto #nojotohindi