रंजित-सुरेश-धनु शरद-पूर्णिमा उदधि, उषा, विहंग-कलरव। मुझको नित आमंत्रित करते वसुधागत तरूण बीज-उदभव। ~ प्रेम नारायण 'पंकिल' आप सभी को शरद पूर्णिमा की ढेर सारी शुभकामनाएं।