सुबह की शीतल ओस जो छुट जाती है अक्सर गहरे नींद से, उसी ठंडी शीतल ओस सा दीदार हुआ है तेरे मुखड़े का आज।। जब चेहरे दीदार तेरा शीतल कर दे ठंडी ओस से दिल को, तब खिल उठती है सुबह भी इश्क़ की।। #ओस #शीतल #ठंडक #दीदार #yqbaba #yqdidi #yqquotes #penofasoul