मैंने दिल से कहा दिल गुनाहगार ना कर मुझको क्यों नहीं मिलती राह को मंजिल एक जुगनू सा दिल में जगाना होता है पूछा चिड़िया से कैसे बनती हैं आशियाना भरनी पड़ती है उड़ान बार-बार तिनका तिनका उठाना पड़ता है घास बार-बार ©ashish gupta दिल गुनाहगार ना कर मुझको क्यों नहीं मिलती राह को मंजिल एक जुगनू सा दिल में जगाना होता है पूछा चिड़िया से कैसे बनती हैं आशियाना भरनी पड़ती है उड़ान बार-बार तिनका तिनका उठाना पड़ता है घास बार-बार