Maa #मां #फिल्मी_मां #बेबस_मां #भारत_मां जन्म दिया नौ माह तडपकर,याद नही कैसी थी मां बॉटल निप्पल से दूध पिलाती,कितनी प्यारी थी वो ना नौकर चाकर आया घूंमे,याद नही कैसी थी मां बूढे काका चलना सिखलाते,पता नही कहां थी मां जब भी मै स्कूल को जाता,वो जल्दी उठ जाती ना वापस आकर शाम को लेकर,होमवर्क करवाती ना रात का खाना खाकर सोता,कब नजर आती है मां? प्रिन्सीपल कंपलेंट थी आती,तब नजर आती है मां पापा लेकर जिसको आए,वो कहलाती मेरी मां नई फिल्म सी बदल बाप को,तब भी कहलाती मेरी मां क्या जो जिसने विश्व दिखाया,वो कहलाती मेरी मां छोड मुझे बनी विश्वसुन्दरी,वो कहलाती मेरी मां जन्म संग सब काम करे जो,वो कहलाती असली मां जन्म देकर जो भाग खडी हो,वो कहलाती फिल्मी मां घर रिश्ते नाते सुख दुख, परिवार सजाए है वो मां सबको धर्म और कर्म सिखाए, वो कहलाती सबकी मां आतंकी गुन्हेगार बनाए नही चाहिए ऐसी मां सत्य असत्य जो भेद कराए, मुझको भाती ऐसी मां दुष्टों का संहार करे जो, दे दो मुझको #दुर्गा_मां मजबूर बिलकती बेबस सी आश्रम मे बैठी भी एक मां शहीद पुत्र की राह निहारे, फौजी की एक बूढी मां जिन पंछी को तुमने मारा, वो भी तो थी बच्चो की मां हर दिन कटती, हर दिन बटती, है मेरी ये धरती मां बढो चलो अब देश बचालो, बस एक है मेरी भारत मां #Sadharanmanushya ©#maxicandragon कौन सी प्यारी माँ #मां #फिल्मी_मां #बेबस_मां #भारत_मां जन्म दिया नौ माह तडपकर,याद नही कैसी थी मां बॉटल निप्पल से दूध पिलाती,कितनी प्यारी थी वो ना नौकर चाकर आया घूंमे,याद नही कैसी थी मां बूढे काका चलना सिखलाते,पता नही कहां थी मां जब भी मै स्कूल को जाता,वो जल्दी उठ जाती ना