Nojoto: Largest Storytelling Platform

हमने आँखों को बिछड़ते वक्त रोने ना दिया कोई दूज

हमने आँखों को बिछड़ते 
  वक्त रोने ना दिया
कोई दूजा ख्वाब आँखों 
  ‌ने सजोने ना दिया
बीती शब नशे में तेरा जिक्र 
  छेड़ बैठे
फिर तबाह तकियें की नमी 
   ने सोने ना दिया
ऐसा भी नहीं की हमने 
   कोशिशें नहीं की
पर वफाओं ने हमें किसी 
   का होने ना दिया
ख्याल भी ये मेरे अब मुरीद 
    हो चुके तेरे
की गजल में तेरे सानी को 
    पिरोने ना दिया
होने को तेरे जहाँ में रब्बा 
   क्या नहीं हुआ
एक बस उसी को तूमने मेरा 
    होने ना दिया..

©Rahi  हिंदी शायरी 'दर्द भरी शायरी' शायरी दर्द
हमने आँखों को बिछड़ते 
  वक्त रोने ना दिया
कोई दूजा ख्वाब आँखों 
  ‌ने सजोने ना दिया
बीती शब नशे में तेरा जिक्र 
  छेड़ बैठे
फिर तबाह तकियें की नमी 
   ने सोने ना दिया
ऐसा भी नहीं की हमने 
   कोशिशें नहीं की
पर वफाओं ने हमें किसी 
   का होने ना दिया
ख्याल भी ये मेरे अब मुरीद 
    हो चुके तेरे
की गजल में तेरे सानी को 
    पिरोने ना दिया
होने को तेरे जहाँ में रब्बा 
   क्या नहीं हुआ
एक बस उसी को तूमने मेरा 
    होने ना दिया..

©Rahi  हिंदी शायरी 'दर्द भरी शायरी' शायरी दर्द
rahi4413326353960

Rahi

New Creator