White कौन कहता है किशोर सिर्फ भारी सामान से होता है.... हवा जब तेजी से चले, तब खाली पन्ने भी आवाज़ करने लगते हैं। ऐसे ही जब चंद हल्के शब्द भी कोमल हृदय पे लगे, तब व्यक्ति को आघात करने लगते हैं। पर ये शोर खामोशी की चादर ओढ़े, बैठा रहता है मन के किसी कोने में। और सारा वक्त बीत जाता है... इस शोर से शांति पिरोने में। कौन कहता है किशोर सिर्फ भारी सामान से होता है.... हर छोटा तिनका एक चीख सा लगे, जब व्यक्ति शोर से शांति पिरोता है। कौन कहता है किशोर सिर्फ भारी सामान से होता है... ©KhaultiSyahi #Couple #khaultisyahi #mylines #mylines #MyPoetry #mypoems #Mypoem #copyrightofkhaultisyahi #Life_experience #Truth ✍️