ज़िंदगी की शाम ने फिर अपनी उधारी मांगी है । तेरी खुशियों के बदले मझसे , ये मेरी उम्र सारी मांगी है ।। हैरत् कि कोई बात नही खुश हूं, मैने उस से मेरी मौत की कीमत बडी प्यारी मांगी है ।। #जिन्दगीकीशाम #nojoto #nojotohindi #kavita #kalakaksh हर्ट ब्रोकन डायरी