उन्हें यह फ़िक्र है हरदम, नयी तर्ज़-ए-ज़फ़ा क्या हैं हमें यह शौक है देखें, सितम की इन्तहा क्या हैं.....?? दहर से क्यों ख़फ़ा रहें, चर्ख का क्या ग़िला करें सारा जहाँ अदू सही, आओ! मुक़ाबला करें....!! “किसी ने सच ही कहा है, सुधार बूढ़े आदमी नहीं कर सकते । वे तो बहुत ही बुद्धिमान और समझदार होते हैं। सुधार तो होते हैं युवकों के परिश्रम, साहस, बलिदान और निष्ठा से, जिनको भयभीत होना आता ही नहीं और जो विचार कम और अनुभव अधिक करते हैं ।”~ भगत सिंह भारत को वैचारिक क्रांति से जोड़ने वाले अमर शहीद भगतसिंह का आज जन्मदिवस है। धार्मिक उन्माद, असामनता और अन्याय के विरुद्ध लड़ने वाले भगतसिंह ने भारत की आज़ादी के लिए हँसते-हँसते अपने प्राणों की आहुति दे दी। शत-शत नमन है उन्हें। #शहीदभगतसिंह #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi