नाज उसके उठाकर हमने उसे अपना बना लिया है//१ उस नेक बशर को अपने दिल में बिठा लिया है//२ मुझ तक आये मेरे *इश्के_अदू,ऐसा लगे अपनो से घर का पता लिया है//३ अब वो*मायूस रहता है,दिल किसी से लगा लिया हैं//४ दुहाई देता फिरता है अब वो*उल्फत की शमा ने खुदी को*हिज्र में पा लिया है//५ शमीम अख्तर/shama writes✍️ ©IM binte hawwa shama write #FourWords#NojotoHindi#shamawrites#मैरी_कलम_से#दिल_की_बात#poetry#gazal# dhyan mira Abdul Muqeet ASIF