कर्नाटक में भाजपा की लड़ाई खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही साधारण विधायक तक यह समझने को तैयार नहीं है कि केंद्र ने तब क्या चाहता है हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदुरप्पा को संसदीय बोर्ड में जगह दी गई तो लगा कि अब कर्नाटक में विरोधी खेमा संदेश समझ जाएगा लेकिन बीपी रतनलाल खुलेआम युद्ध रूपा की आलोचना करने से नहीं चूक रही है और प्रदेश में मुख्यमंत्री से लेकर संगठन तक सभी चुप हैं जब मामले की ले से ऊपर हो जाता है तो प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने यह कहकर पानी डालने की कोशिश की है कि अतरलाल साधारण विधायक है उनके बयानों का महत्व नहीं है लेकिन प्रदेश में यह सवाल उठने लगा है आखिर एक साधारण विधायक की इतनी हिम्मत कि केंद्रीय नेतृत्व के संदेश को भी नजरअंदाज कर दें कर्नाटक भाजपा में अभी खेमा बड़ा है ©Ek villain #Dhanteras #कर्नाटक का कांटा भाजपा की लड़ाई