मोरे कानों की यें झुमकीं बात करें क्यों उनकी बलम मोरे हरजाई ठहरे सुनें ना बात जरा भी दिल की मोरे कानों की यें झुमकीं बात करें क्यों उनकी गजब अकड़े हैं ऐसे बनके देखो चले हैं सीना तनके जाने ना पीर जिया की करते बस अपने मन की मोरे कानों की यें झुमकीं बात करें क्यों उनकी मूंह मोड़े सदा ये बैठें रहते हैं यूं एंठें एंठें देखें ना प्रेम से मोंहे परवाह ना मोरी जरा भी मोरे कानों की यें झुमकीं बात करे क्यों उनकी गुमसुम है जीवन मोरा सावन ना मोहे भिगोए ऐसी है निगोड़ी आदत बेदर्दी मोरे पिया की मोरे कानों की यें झुमकीं बात करें क्यों उनकी कर दे मोहन मन मोम पिया का मैं हूं प्रेमअगन में जलती प्रभु तोह से बांचूं राज़ पिया के करू तोह से शिकायत,विनती मोरे कानों की यें झुमकीं बात करें क्यों उनकी ©Roohi Quadri #रूठनामनाना #इश्क़❤ #BanjaaranSoul