फ़िक्र तो तेरी आज भी करते है हम, बस इसकी तुझे ख़बर नहीं, अजी आज भी मेरी आंखें बस तेरा ही रास्ता देखती है, मगर अफ़सोस तो ये है कि अब इस शहर में तेरा घर नहीं । #दिसंबर#नोजोतो#फ़िक्र तो तेरी आज भी करते हैं हम