Nojoto: Largest Storytelling Platform

नुमाइशों के लिए बाजार सजता है फरमाइश के मुताबिक सब

नुमाइशों के लिए बाजार सजता है
फरमाइश के मुताबिक सब मिलता है,,, 
अधूरी रह जाती है ख्वाहिशे जिनकी 
उन्हें कहाँ मुकम्मल खुदा मिलता है,,, रौनकें सजी हर तरफ,,,
चकाचौंधनी से नहाया है शहर मेरा,,,

क्यों तेरी गली में अंधेरा छाया,,
मैहरूम रह गई वो झोपड़पट्टी,,,

"जिन हाथों ने अक्सर बड़े-बड़े महलों को सजाया,,,
नुमाइशों के लिए बाजार सजता है
फरमाइश के मुताबिक सब मिलता है,,, 
अधूरी रह जाती है ख्वाहिशे जिनकी 
उन्हें कहाँ मुकम्मल खुदा मिलता है,,, रौनकें सजी हर तरफ,,,
चकाचौंधनी से नहाया है शहर मेरा,,,

क्यों तेरी गली में अंधेरा छाया,,
मैहरूम रह गई वो झोपड़पट्टी,,,

"जिन हाथों ने अक्सर बड़े-बड़े महलों को सजाया,,,
vandana6771

Vandana

New Creator