बाबूजी ले लो एक दीया मेरे घर का दीया भी जग जाएगा मनाओगे पटाखों से दिवाली तुम मेरे घर का चूल्हा भी जल जाएगा ऊंचे भवनों की शान बड़ी वहाँ विदेश का माल ही बिकता है ले लो -ले लो यह देसी तुम इसमें तो प्यार भी दिखता है खरीद लोगे गर तुम हमसे कुछ संग दुआएं भी तो पाओगे आप के कारण हम बच्चे भी दिवाली का जशन मनाएंगे ©Anita Mishra #Diwali हिंदी कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी कविता कोश कविता