जला दिया है हैवानो ने जिस्म मगर रूह अभी ज़िन्दा है, अल्फाज़ नहीं है दर्द बयां करने को मगर जज़्बात अभी ज़िन्दा हैं.. हैं भरे जज़्बात अभी इसलिए रूह अभी ज़िंदा है, मैं मर गयी तो क्या हुआ मेरे अल्फाज़ अभी ज़िंदा है.. "मैं नारी हूँ, देवी नहीं इंसान हूँ, शक्ति नहीं " मर्यादा पुरुषोत्तम राम थे इसलिये देवी सीता बन के आयी थी... मुरलीधर कृष्ण-कन्हैया थे इसलिए वो शक्ति राधा बन के आयी थी... ये दिखावे की दुनिया है, यहाँ सब रावण जलाने जाते हैं राम बन के, कौन आता है बचाने सीता को जटायू बन के.. यहाँ सब लड़ते है राम मंदिर के लिए, उड़ जाते दरिंदे सीता की आबरू को लिए.... "ना मैं देवी हूँ ना मैं त्रिशूलधारी हूँ मैं इंसान हूँ और मैं एक नारी हूँ.." ना मैं देवी हूँ ना मुझे पूजा-अर्चना चाहिए, मैं नारी हूँ मुझे मेरे हक़ का सम्मान चाहिए... ये दरिंदगी सरे-आम हुई है तो आज कोहराम मचा रहे हो, मोमबत्तीयां ले सड़को पर दुःख जता रहे हो.. ये दरिंदगी ये हैवानियत हर लड़की के साथ होती है, कभी गैरों कभी अपनों में छुपे हैवानो की ये बात होती है... ये मोमबत्ती ये बातें चंद पलों का शोर है, ये आम जनता है साहेब कहाँ कुछ कर सकती और है.. कर सको तुम सब अगर जो कुछ मेरे लिए तो बस इंसानियत ले आओ, छोड़ो ये हैवानियत इंसान बन जाओ.. कृपया बिना पढ़े like ना करे.. #voiceofmyheart #frommydairy #mythoughts #shalinisahu #yourquotebaba #yourquotedidi #girlsstory