काला रंग पसंद है बेशक हमें, मगर काला इंसान नहीं, अगर थोड़े काले हो तुम तो तुम्हारी कोई पहचान नहीं। काला टीका काला काजल सोच भी काली रख लो तुम, बदन काला हो अगर, तुम्हारे किरदार का सम्मान नहीं। काली रात में बाहर जाओ और देखो वो चमकता चाँद, मगर जानो चाँद भी काला, क्या उसमें भी जान नहीं। काले दिलों का काला सच काला घर वाला जानता है, पूछो उसे, मगर कैसे पूछेंगे, तुम में है ईमान नहीं। काले का कोई काल नहीं, काला खुद ही काल है, काले कासिम, काले श्याम से सीखो, काला होना अपमान नहीं। Is it a #ghazal or #tonguetwister ? 😂