सब्र करके बैठा हूँ एक दिन तो बदल ही जाएगा, जो मेरे होने का दावा करता है मेरा हो ही जाएगा,, अब वो बातें छुपाते हैं मुझसे तो क्या करु में, झूठ बोलने की हद टूटेगी जिस दिन..... आदित्य मेरी जिंदगी से अलग हो ही जाएगा,,,, कवि आदित्य बजरंगी Swati Kashyap