ना जाने वक्त कब निकल गया ना जाने कब मेरे हाथों से, तेरे हाथों का फॉंसला हो गया तलाश करते रहे गलतियों की वजह ना जाने कब मेरा मुकद्दर तेरे मुकद्दर से दूर हो गया ©Mani Phogat #nojatohindi #maniphogat #Ansuniawaaz #manisayri #Trees