Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat सारी दुनियां को ठुकरा कर बैठी हूं ख़ुद ही अपने ज़हन को जला कर बैठी हूं सिलसिला कुछ अपनों का था को दिल में दबा कर बैठी हूं नज़रे झुका कर नजारे कुछ सपनों के छिपा कर बैठी हूं नाकामी के अंधेरों में क़ैद गिला शिकवा मिटा कर बैठी हूं नाराज़गी उन लम्हों को सदियों से चुरा कर हिफ़ाज़त से सम्भाल कर बैठी हूं नासाज़ होकर भी अपने में समेटे अनमोल मुस्कान को दिखा कर बैठी हूं मिलनसार स्वभाव लेकर सिद्धांत बताती एक नेक इंसान बन बन कर बैठी हूं मिला तो क्या मिला बस यही सवाल जलती अगन से सवाल उछाल कर बैठी हूं सही हुआ या गलत नज़्म थी या ग़ज़ल ज़िन्दगी में यहीं तराश कर पूंजी जीवन की पन्नों पे हर्षिता की परछाइयां ढूंढती वहीं अश्रु के धार से एक प्यास बुझा कर बैठी हूं। #lifequotes #realityoflife #zindagi #respect #yqbaba #yqdidi #yqsahitaya Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat सारी दुनियां को ठुकरा कर बैठी हूं ख़ुद ही अपने ज़हन को जला कर बैठी हूं सिलसिला कुछ अपनों का था को दिल में दबा कर बैठी हूं नज़रे झुका कर नजारे कुछ सपनों के छिपा कर बैठी हूं