Feelings मेरी दिली चाहत ने एक ऐसा काम कर दिया उसकी नजरो की पलको ने शाम कर दिया याद आते है तेरी वो जुल्फों का सहलाना मगर बेपन्हा प्यार ने भी बदनाम कर दिया। शेखर प्रेम कवि शेखर प्रेम कवि