घूंघट में छिपी हुई वो हल्का सा मुस्कुरा रही है तहजीब का आईना वो समाज को दिखा रही है पंखुड़ियाँ खोल कर दिल की खुल के तुम मुस्कुराना चांद सा तेरा चेहारा और घायल ये ज़माना... ♥️ Challenge-751 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।