बेटा बाप की भावी इमारत हो का है ,,जिसे वह ताउम्र मेहनत व लगन से बनाता है,,,,कही वह इमारत गिर ना जाये,बाप उसे मजबुत इतना बनाता है कि जब आँधी तुफां भी आ जाएँ तो अपना वजुद बरकरार रख सके,,,,,,,, लेकिन कुछ इमारत गिर ने लगती है,,,, वहाँ कही न कही अपना ही दोष होता है,,,या तो आपने कही लापरवाही बरती या अनजान बने रहे,,,,,,,,,,,अत आप पहले सशक्त बाप बने,,,,,,,,पुत्र की बुनियाद पर खरा उतरे ताकी आप उसकी छाँव मे बैठ सके,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,, मेरा मानना है कि फसल का खराब होना बीज पर नही बल्कि अपनी हिफाजत पर निर्भर करता है कि आपने उसे कैसे पाला,,,,,,,,आपकी हिफाजत ही आपकी सुरक्षा है,,,,,,,,, ओम भक्त मोहन बनाम कलम मेवाड की,,,,यह मेरे विचार है आप मानने को बाध्य नही तथापि विचार करे विन्रम अपील ओम भक्त मोहन बनाम कलम मेवाड की कृत,,,9549518477 Siddharth singh(Research scholar@IIT)