आँख ने फिर अजाब देखा है एक ताजा गुलाब देखा है नींद रातो को अब नही आती खाब ऐसा खराब देखा है सांस लेना भी हुआ मुश्किल जब से आँखों खाब देखा है जाने कैसे नशे में ह दिल भी आज उसने शराब देखा है जखम भी फूल जैसे असमा जखमे दिल बे हिसाब देखा है @abansari