मुंह पर है उन के गुमा केसे केसे कलाम आते है दर्मिया केसे केसे ज़मीन चमन गुल खिलाती है क्या क्या बदलता है रंग आस्मा केसे केसे । मेरी भारत की प्यारी जमी आस्मा