ये सर्द हवायें भी आज जाने क्यों लग रही हैं तुम्हारी तरह ये छूती हैं मुझे तो एक सिहरन सी होती है तुम्हारी तरह ये कानों में मीठा सा शोर मचाती हैं तुम्हारी तरह ये करीब आ जायें तो सांसें रुक जाती है तुम्हारी तरह ये मेरे होठों को सुर्ख कर जाती हैं तुम्हारी तरह ये सीने से लग जायें तो धड़कनें बढ़ाती तुम्हारी तरह ये भीतर कहीं घुस के गुदगुदाती हैं तुम्हारी तरह ये मुझे मदहोश कर जाती हैं तुम्हारी तरह ये बिना बताये कभी कभी आती है तुम्हारी तरह ये जब भी आये अपना असर छोड़ जाती है तुम्हारी तरह हाँ ये भी है बिल्कुल तुम्हारी तरह एकदम तुम्हारी तरह हवा के झोंको सी आती हो एक पल में नींद और चैन उड़ा ले जाती हो #sard #hawa #same #maun #yqbaba #yqdidi