Unsplash कुछ हक़ थे तुम पर जो जताए नहीं गए ज़ख्म यूँ बिखरे लफ़्ज़ों में कि बताए नहीं गए सब कुछ लौटा दिया तुमने मगर मेरे कुछ हिस्से थे तुममें जो लौटाए नहीं गए आज तक रखे हैं पछतावे की अलमारी में जो एक दो वादे है जो कभी निभाए नहीं गए भूलने को तो हम भूले हैं सब कुछ मगर एक तुम्हारा बदलना जो हमसे भुलाए नहीं गए 💯 ©innocentlove26 #Book