ओमित्येतदक्षरमिदःसर्वं तस्योपव्याख्यानं भूतं भवद्भविष्यदिति सर्वमोङ्कार एव । यच्चान्यत्रिकालातीतं तदप्योङ्कार एव ॥ अर्थात्~ ॐ यह अक्षर ही सब कुछ है। यह जो कुछ भूत, भविष्यत् और वर्तमान है उसीकी व्याख्या है; इसलिये यह सब ओंकार ही है। इसके सिवा जो अन्य त्रिकालातीत वस्तु है वह भी ओंकार ही है ॥🔱 ~ माण्डूक्योपनिषद् .....✍🏻🙏🏻 ©Mukesh Rathore ॐ तत् सत् 🔱🧘🏻♂️🔱 . . . #omtatsat #ॐतत्सत् #ॐ #Bannykrezy4