हमसफर- साथ तेरा कहते हैं परिंदे अपने साथी के बिना, जी नहीं सकते, न ही खुश रहते हैं। बिन कुछ और कहे, मैं कुबूल करती हूँ, साथ निभाने का मज़ा व नशा ही कुछ और है। जब ठान लिया जीने का तुम्हारे साथ, हर पल में एक नई स्फूर्ति आ जाती है, जब-जब रूठते हो सनम, कसम है! ख्यालों की नदिया थम सी जाती है। प्यार ने न सिर्फ जीना सिखाया है हमें, किसी के प्यार को स्वीकारना भी बता दिया, हम तो आबाद थे ही आज़ाद खयालों से, तुमने सोने पर सुहागा का काम कर दिया। #rztask342 #restzone #rzलेखकसमूह #पुनर्निर्माण I picked dear friend Poonam Suyal ji's poem- यदी हम साथ हों -- which is on love and togetherness. Thank you Rest Zone for this kind of experiment. यदि हम साथ हों तुम्हारे लिए मेरा प्यार जैसे, मेरे जीने का सहारा है तुम बिन रहना, मेरे लिए नागवारा है