आखिरी फैसला इंतहा हो चुकी है सदियों से , जुल्म सितम सहते सहते. इससे तो बेहतर है , हम अपनी जान ही दे दें. रोज-रोज खून के कतरे, अब और बहने नहीं देंगे . मरेंगे या मारेंगे कर लिया " हमने आखरी फैसला" "आखरी फैसला"