Nojoto: Largest Storytelling Platform

वैक्सीन कहूं,बाम कहूं,मरहम कहूं या दूं इसे संजीवनी

वैक्सीन कहूं,बाम कहूं,मरहम कहूं या दूं इसे संजीवनी बूटी का नाम
संगीत से रूह तृप्त हो जाती है
आत्मा को परमात्मा से मिलाने का करता है ये काम

©Sneh Prem Chand
  #worldmusicday संगीत से सुंदर कुछ भी तो नहीं

#worldmusicday संगीत से सुंदर कुछ भी तो नहीं #विचार

644 Views