तुम्हें जिंदगी की हर खुशी हो मुबारक मेरे लिए अंधेरों का आसमान ही काफी है नए ज़ख्म की जरूरत किसे अब यहां है, मेरे लिए पुरानी चोटों के निशान ही काफी हैं यादें पुरानी चेहरे नए हैं, जीने के लिए तेरी एक मुस्कान ही काफी है दिलों से खेलने की जरूरत नहीं है बर्बादियों के लिए ख़ामोशियों का इल्ज़ाम ही काफी है... #lifelessons #morningthoughts #hindishayari #hindipoetry #yqhindi #yqshayari #kafihai