कोई नहीं इस तनहाई में हमें लौरी गा कर सुलाने वाला , प्यार से गले लगा कर सहलाने वाला ! खुद से ही खुद को सुलाने की कोशिश करते हैं , नींद आती नहीं तो बस रौ पड़ते हैं ! किसी से क्या कहे कोई हैं ही नहीं , रात भर अपने ही जज्बातों से लड़ते हैं ! #nojoto #kalakaksh