चाय के साथी, चाय पर बातें नहीं करते। बातें करती है उनके बीच उबाल लेती भावनाएं, आंखों के जरिए। वो भावनाएं जो उस कप पर पड़े लब कभी नहीं कह पाते है, वो लब जो कहना चाहते है कि चाय की चुस्की संग समेट लो मुझे भी अपने अंदर। वो लब जो तय करना चाहते है दूरियां जो उबाल ले रही है उनके भीतर। चाय के साथी, चाय पर बातें नहीं करते - बातें करती है उनकी आंखें, कप पर पड़ रहे लब, लब जो समा लेना चाहते है एक दूसरे को अपने अंदर, उबाल लेती भावनाओं के साथ। ©Swechha S चाय के साथी, चाय पर बातें नहीं करते 💌 #15Feb #Chai