ना आज तुम आंखों मेरी से आंसू बन कर बहती, अगर वफा करती होती तो आज इतना दुख ना सहती, जो दिल से इस संदीप राजपूत को प्यार करती , ना आज में मारता ना आज तुम मरती sache Dil se pyar kiya hota