हाँ मैने कई बार राख से, आग सुलगते देखा हैं! हर रात के बाद सुबह मैने, सूरज को उगते देखा हैं! रख हौसला उड़ने का तू अपने ये पर तो खोल जरा, मैन तो तिनके को उड़कर आकाश को छूते देखा हैं... #देखा_है