ज्योति पर्व की शुभेक्षा ज्योति पर्व है, झिलमिल झिलमिल, करता आलोकित जीवन है आशाओं के नवल सुमन से, सज्जित सुरभित नव उपवन है अंतस के अंध काट द्युति कर दीप शिखा अनंत चिंतन है उत्सव यह आशीर्वचन का है , प्रेमानुभूति अभिनन्दन है। सुरेश - शारदा, आशीष-अन्येषा, रितेश-साक्षी मिश्का-शरण्या दीपावली 2077 , 14 नवंबर 2020 ©सुरेश चौधरी दीपावली