समय-समय पर परिस्थितियों की भिन्नता में कुछ-न-कुछ कहीं-न-कहीं कम पड़ जाता है भाग रहे हो सरपट लम्बी राह पर जब तुम हौसला आफ़ज़ाई को शब्द कम पड़ जाते हैं ठान लेते हो मन में कुछ कर गुज़रने की तुम हिम्मत बंधाने वाले 'अपने'कम पड़ जाते हैं सोच लेते हो समाज में परिवर्तन लाने की तुम कांधा मिला साथ चलने वाले कम पड़ जाते हैं सच के पक्ष में जब करते हो आवाज़ बुलंद तुम पीठ थपथपाने को लोगों के हाथ कम पड़ जाते हैं पहुंच जाते हो अपनी मनचाही मंजिल पर जब तुम होठों पर सच्ची मुस्कान लिये चेहरे कम पड़ जाते हैं कितना भी कुछ भी तुम कर लो लोगों के लिए 'मुनेश' अपेक्षाओं के तराज़ू पर तुम्हारे प्रयास कम पड़ ही जाते हैं..! Muनेश...Meरी✍️🌈🌈🌈 जीवन का विस्तार है इतना साहस कम पड़ जाता है। #कमपड़जाताहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi